ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे | Jas Geet Lyrics | Yaho Malaniya Radda Bhar Phulwa / कान्तिकार्तिक यादव
ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे
यहो फल फलहारी मीठ मिठाई हो
पाव कुट दियना बरा दे
ये हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे
मोर सुउक मन आस लगाये, पांव पांव रेंगे आथे गा
कोनो हर कुलके कोनो हर हांसे, कोनो कन्दरत रही जाथे गा
मोर दरस के आस मा तन ला, तपनी तपन तपाथे गा
जयकारा गुंजाये जग मा, भक्ति अरथ लगाथे गा
प्यास ला पानी पियादे परानी हो
जीवरा थोरिक जुरादे
ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछादे
पिरा मा भक्ति के हीरा जरे हे, भाव मा लुक लुकाथे गा
तीपत भोम्भरा मा फोरा परगे, फोरा मन गोठियाथे गा
करम ला धरम म गढ़े बर जीव ला, तियाग के पाठ पढ़ाथे गा
सत के रद्दा बर जुरमी हे, अदरा बहके जाथे गा
दीन दया के दानन सिरजे हो
दान के मान तै बढा़ दे
ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछादे
नव रतिहा के रतिहा रानी, भक्ति के भार ला लेथे गा
ऐ हो मलनिया देख के सिख ले, माता सुग्घर पठोथे गा
काटा गोटी झन परे पांव मा, सेवा के भाव उलहोथे गा
गठरी गांठ गठियाये मलनिया, सेवकिन पद ला पाथे गा
तन ला दीया अउ बाती बना ले
रद्दा थोरीक देखादे
ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे
सरधा समरपण ला मन मा जी साध के थोरिक देखौ गा
धरम करम अउ मरम पाये बर, प्रेम भाव ले जागव गा
भक्ति मा शक्ति सउहे समाये, मिल जाही जी राघव गा
कान्तिकार्तिक मौनी लाला ला शरण चरण मा राखौ गा
ड़ोगरी पहाड़ी के महारानी हो
किरपा ला दाई बरसादे
ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे
यहो फल फलहारी मीठ मिठाई हो
पाव कुट दियना बरा दे
ये हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछादे
गीत - ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे | Jas Geet Lyrics | Yaho Malaniya Radda Bhar Phulwa
प्रकार - जस गीत
सिंगर - कान्तिकार्तिक यादव
लेखक - मौनी लाला
म्यूजिक कंपनी - OP DEWANGAN
A HO MALANIYA | New Jas Geet | KANTIKARTIK YADAV | Mola Sang Debe Dai #kantikartikyadavallsong