आरूग आरूग कहिथस माता - SAHNAJ AKHTAR - JAS GEET - ARUG ARUG KAHITHAS MATA LYRICS / सहनाज अख्तर
आरूग आरूग कहिथस माता आरूग कहा पावव वो
भुवन मा जम्मो हे जूठाय हो मा
ए दाई वो भुवन मा जम्मो हे जूठाय हो मा
सात लोक अउ चौदह भुवन मा आरूग नई तो मिलय वो
कउने विधि करिहव जुगार हो मा
ए दाई वो कउने विधि करिहव जुगार हो मा
आरूग पनिया कहिथस माता आरूग कहा पावव वो
मछरी हर गये हे जूठाय हो मा
ए दाई वो कईसे मै चरन पखारव हो मा
आरूग फुलवा कहिथस माता आरूग कहा पावव वो
भवरा हर गये हे जूठाय हो मा
ए दाई वो कईसे मै गजरा बनावाव हो मा
आरूग आरूग कहिथस माता आरूग कहा पावव वो
भुवन मा जम्मो हे जूठाय हो मा
ए दाई वो भुवन मा जम्मो हे जूठाय हो मा
आरूग दुधवा कहिथस माता आरूग कहा पावव वो
बछरू हर गये हे जूठार हो मा
ए दाई वो कईसे मै खीर बनवाव हो मा
आरूग मिसरी कहिथस माता आरूग कहा पावव वो
चाटी हर गये हे जूठार हो मा
ए दाई वो कईसे मै भोग बनवाव हो मा
आरूग आरूग कहिथस माता आरूग कहा पावव वो
भुवन मा जम्मो हे जूठाय हो मा
ए दाई वो भुवन मा जम्मो हे जूठाय हो मा
गीत - आरूग आरूग कहिथस माता - SAHNAJ AKHTAR - JAS GEET - ARUG ARUG KAHITHAS MATA LYRICS
प्रकार - जस गीत
सिंगर - सहनाज अख्तर
लेखक - दुलामनी देवांगन
म्यूजिक कंपनी - SUNDRANI
SAHNAJ AKHTAR - JAS GEET LYRICS