मन मोर लंगुरवा वो दाई / दुकालू यादव
मन मोर लंगुरवा वो दाई मन मोर लंगुरवा वो 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय 2 ||2||
हो दया धरम के दुठन खंभा गड़ा के, हिरदय के झूलना मा तोला बईठा के
हो हिरदय के झूलना मा तोला बईठा के
मया के डोरी धरे सुरता लमाये ओ 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना वा माय 2
मन मोर लंगुरवा वो दाई मन मोर लंगुरवा वो 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय 2
बीस किसम के जेमा फूंदना गथाये, तिन गुन आगर जेमा रतन जड़ाये
तिन गुन आगर जेमा रतन जड़ाये
सरधा के सुग्घर माता सेज बिछाये हो 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना वो माय 2
मन मोर लंगुरवा वो दाई मन मोर लंगुरवा वो 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय 2
हो छय खूट बिकार बैरी मन ला बिलमाये, जागे तब जोत सत के धीर ला बंधाये
हो जागे तब जोत सत के धीर ला बंधाये
जस अउ नियम हा बाढ़े भक्ति हा गढ़ाये ओ 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना वा माय 2
मन मोर लंगुरवा वो दाई मन मोर लंगुरवा वो 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय 2
हो संझा बिहनिया माता चरण तोर पखारे, हाथ जोड़ सुमिरन कर के आरती उतारे
हो हाथ जोड़ सुमिरन कर के आरती उतारे
सेउक तोर प्रेम अईसे सेवा ला बजाये वो 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना ओ माय 2
मन मोर लंगुरवा वो दाई मन मोर लंगुरवा वो 2 निशदिन झूलावै तोला झूलना हो माय 2
गीत - मन मोर लंगुरवा वो दाई
प्रकार - जस गीत
सिंगर - दुकालू यादव
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - KK CASSETTE