झुले नजरे नजर मे दाई / कांतिकार्तिक यादव
झुले नजरे नजर मे दाई
झुलर नजरे नजर मे वो
माटी के दुर्गा हे महमाई
कईसे करव तोर विदाई
लागे करलाई वो
झुले नजरे नजर मे दाई
झुलर नजरे नजर मे वो
।।1।।
नव दिन बर माटी के दुर्गा
पुतरी अस समर के वो
दुर्गा चरन पुजा पावत हे
महिसासुर मार के वो
बैरी अमर होगे दाई
बैरी जबर होगे दाई
चरण पद पाई वो
झुले नजरे नजर मे दाई
झुलर नजरे नजर मे वो
।।2।।
झलकत हे तोर गहना गुरिया
आंखी आंखी मा झुले वो
बघवा ऊपर माता बिराजे
हाथ धरे त्रिशुले वो
झलके रिगबिग रिगबिग माता
दमके रिगबिग रिगबिग माता
रहिबे तै सहाई वो
झुले नजरे नजर मे दाई
झुलर नजरे नजर मे वो
।। 3।।
घर अंगना बिरान लागे
तोर जाती बिराती वो
भितरी भितरी मा मन कलपत हे
अंतस फाटे छाती वो
हे दुर्गा अन्नपुर्णा माई
लागे सुन्ना सुन्ना दाई
लागे पहुनाई वो
झुले नजरे नजर मे दाई
झुलर नजरे नजर मे वो
।। 4।।
बछ्छर भर मा लहुट के आबे
माटी के दुर्गाा दाई वो
चलत चलागन पुरखा पुरागन
तैसने करन विदाई वो
नांदगाव नंदाई हुलिया
लिखे परमानंद कठुलिया कांति सिर नाई वो
झुले नजरे नजर मे दाई
झुलर नजरे नजर मे वो
गीत - झुले नजरे नजर मे दाई
प्रकार - जस गीत
सिंगर - कांतिकार्तिक यादव
लेखक - परमानन्द कठोलिया
म्यूजिक कंपनी - KOK Creation / OP Dewangan
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
mati ke durga he mahamai
kaise karav tor vidai
lage karlai vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
nav din bar mati ke durga putri as samarke
durga charan puja pavat he bhaisasur mar ke vo
bairi amar hoge dai
bairi jabar hoge dai
charan pad pai ho
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
jhalkat he tor gahana guriya
ankhi ankhi ma jhule vo
baghava upar mata viraje
hath dhare tirsule vo
jhalke rigbig mata
damake rigbig mata
rahige tai sahai vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
ghar angna viran lage
tor jati birati vo
bhitaari bhitari man kalapat he
antash fate chati vo
he durga anpurna mai
lage sunna sunna dai
lage pahunai vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
bachhar bhar me lahut ke abe
mati ke durga dai vo
chalt chalagan purkha puragan
taisane karan vidai vo
nandgao nandai huliya
likhe paramanand kathuliya
kanti sir nai vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
mati ke durga he mahamai
kaise karav tor vidai
lage karlai vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo
jhule najare najar me dai jhule najare najar me vo