सदा भवानी दाहिन रईहो माया मोर | जस गीत | SADA BHAVANI DAHIN RAIHO MAYA MOR | JAS GIT LYRICS / छाया चंद्राकर
सदा भवानी दाहिन रईहो माया मोर
सन्मुख गौरी गणेश हो मा || मैया ||
पांच देव हो मिल रक्षा करिहो माया
ब्रम्हा औ बिष्णु महेश हो मा || मैया ||
कंठ में बैठो मोर सरसती माया हो
जिभिया में गौरी गणेश हो मा || मैया ||
सदा भवानी दाहिन रईहो माया मोर
सन्मुख गौरी गणेश हो मा || मैया ||
गावत रेहेव मै बिसर डरेव माया मोर
भूल मोरे अक्षर करी देवव हो मा || मैया ||
कुवार महिना मोर नवमी वो दसरहा
सेत बैरंग लहराए हो मा || मैया |||| मैया ||
सदा भवानी दाहिन रईहो माया मोर
सन्मुख गौरी गणेश हो मा || मैया ||
पांच भगत मिल पैया लागव माया मोर
आशीष देदो मुसकाई हो मा || मैया ||
नवदिन नव रात तोरे जस गावाव वो
लेवव मै भवानी तोरे नाम हो मा || मैया ||
सदा भवानी दाहिन रईहो माया मोर
सन्मुख गौरी गणेश हो मा || मैया ||
गीत - सदा भवानी दाहिन रईहो माया मोर | जस गीत | SADA BHAVANI DAHIN RAIHO MAYA MOR | JAS GIT LYRICS
प्रकार - जस गीत
सिंगर - छाया चंद्राकर
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - Creative Vision
Sada Bhawani II सदा भवानी II Jash Geet II Chhaya Chandrakar