चलना चलना चटुवापूरी / किसन सेन

ए चलना राजा मोर ए चलना जोड़ी मोर 2
मोला चटुवा पूरी मेला तै घुमादे
 

ए रुकना रानी मोर अभी रुकना बहि मोर
छेर छेरा पुन्नी आवन दे 

भराथे मेला उही समय हम जाबो 
मन के मनौती ला पूरा कर आबो||2|| 
मोर बात ला तै मन मा बसाई ले वो 

चलना चलना
रुकना रुकना
चलना चलना

अभी रुकना रानी मोर अभी रुकना बहि मोर
छेर छेरा पुन्नी आवन दे
ए चलना राजा मोर ए चलना जोड़ी मोर
मोला चटुवा पूरी मेला तै घुमादे

ए संगे तोर जाहू सजा दे तै गाड़ी बइला
जाही लोग लईका जाही संगी अऊ जहुरिया ||2||

ए बात मोर मान गोरी समय ला आवन दे 
खेती बाड़ी सबो काम बिसरावन दे 

सफुरा घासी के मयारू बेटा अमर दास 2
ए चटूवापूरी धाम ए बनाए हे वो 

चलना चलना
रुकना रुकना
चलना चलना

अभी रुकना रानी मोर अभी रुकना बहि मोर
छेर छेरा पुन्नी आवन दे
ए चलना राजा मोर ए चलना जोड़ी मोर
मोला चटुवा पूरी मेला तै घुमादे

ए नदिया हे कईथे ऊहां हावय रुख राई
रद्दा भक्ति भाव के गा हावय सुखदाई ||2||

ए साल मा एक बार उहा मेला वो भराथे 
उही समय जाबो कईथव सुग्घर मन ला भाथे

किशन सेन बहि अर्जी वो करत हे 
बाबा के नाम ले सब दुख हा वो टरत हे 
ओकर चरन मा माथ वो नावाई लेबो 

चलना चलना
रुकना रुकना
चलना चलना

अरे चलना रानी मोर चलना बहि मोर 
तोला चटूवा पूरी मेला मै घुमाहू 
ए चलना राजा मोर ए चलना जोड़ी मोर
मोला चटुवा पूरी मेला तै घुमादे

भराथे मेला उही समय हम जाबो 
मन के मनौती ला पूरा कर आबो||2|| 
मोर बात ला तै मन मा बसाई ले वो 

चलना चलना
चलना चलना
चलना चलना

अरे चलना रानी मोर चलना बहि मोर 
तोला चटूवा पूरी मेला मै घुमाहू 
ए चलना राजा मोर ए चलना जोड़ी मोर
मोला चटुवा पूरी मेला तै घुमादे

तोला चटूवा पूरी मेला मै घुमाहू 
मोला चटुवा पूरी मेला तै घुमादे

गीत - चलना चलना चटुवापूरी
प्रकार - पंथी
सिंगर - किसन सेन
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - AVM GANA

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पंथी

करम गति - पंथी -द्वारिका बर्मन

मंदिरवा मा करे जईबो-गोर लाल बर्मन, रतन सबीहा

मोर अंगना मा गडायेव जैतखाम-दुलीचंद खरे, सावित्री साहू

चलना चलना चटुवापूरी-किसन सेन

छाता पहाड़ ला-Bhagwati devi Tandeshwai

तै बरत रईबे बाबा-लता कुलकर्णी

गाड़ी अऊ बइला सजाले-Bhagwati devi Tandeshwai

सत के खम्बा मा सत्य के झंडा-आरू साहू

बावा बैरागी नोहा -RAJENDR RANGILA,MILAN RANGILA,POOJA RANI,MADHU SAH

हो तोर सादा के गा झंडा-किसन सेन

झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के-मंजू साहू

घट घट मा बसे हे सतनाम-गोरे लाल बर्मन

मै आयेव गुरु तोरे दुवरिया-हर्ष लता पटेल

तोर नाम के निर्मल छईहा मा-वीरेंद्र चतुर्वेदी

आवो साहेब बैठो गदीया म- पं कुमान दास जोशी ,पं भारतेष जोशी

झूम झूम के नाचो गा पंथी-स्वर्णा दिवाकर

गुरु के बानी हे कतका सुग्घर-स्वर्णा दिवाकर

ए उही जाने महिमा ला तोर -वीरेंद्र चतुर्वेदी, कुसुम प्रजापति

दिल हे देवाना गुरु पंथी के ताल के-वीरेंद्र चतुर्वेदी