झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के / मंजू साहू
झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के
सुरुज बरोबर बरत हावे न
--सतनाम के निशान सादा जोड़ा जैतखाम 2
जेमा झंडा लहरत हावे न
झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के
सुरुज बरोबर बरत हावे न
गिरौदपूरी के माटी ला बन्दव जिहा सत संचार हे
गोदी मा जेकर सिरजे हे सागर महिमा अपरम्पार हे
पवन भुइया हे पूरा होथे अरमान 2
जिहा मेला लगत हावे न
झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के
सुरुज बरोबर बरत हावे न
ज्ञान के अविरल धारे बहत हे गुरु के अमृत बानी मा
तन अऊ मन के पीर हरत हे चरंन कुंड के पानी मा
गुरु सुन ले गोहर अर्जी हे बारम्बार 2
सबके झोली भरत हावे न
झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के
सुरुज बरोबर बरत हावे न
--सतनाम के निशान सादा जोड़ा जैतखाम 2
जेमा झंडा लहरत हावे न
झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के
सुरुज बरोबर बरत हावे न
गीत - झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के
प्रकार - पंथी
सिंगर - मंजू साहू
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - AVM GANA