ए उही जाने महिमा ला तोर / वीरेंद्र चतुर्वेदी, कुसुम प्रजापति

ए उही जाने महिमा ला तोर
सतखोजी बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
जेहा मन से भजन करे हो
मोर गुरु बाबा उही जाने महिमा ला तोर
ए उही जाने महिमा ला तोर
सतखोजी बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
जेहा मन से भजन करे हो
मोर गुरु बाबा उही जाने महिमा ला तोर
पूजा तोरे भक्ति मोरे भक्ति मा भगवान
गरीब हा आमिर बनगे पाके तोर नाम
--गरीब हा आमिर बनगे पाके तोर नाम 2--
तो उही जाने महिमा ला तोर
सतखोजी बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
सूबा साम साम सुमरे तुहला कर जोर हो
मोर गुरु बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
जेहा मन से भजन करे हो
मोर गुरु बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
ए तोर नाम के बदना कोनो रईथे जी उपास
मन के मनौति पूरा पके श्रद्धा अऊ विशवास
--मन के मनौति पूरा पके श्रद्धा अऊ विशवास 2--
तो उही जाने महिमा ला तोर
सतखोजी बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
जे सतनाम साजे सुरती के डोर
मोर गुरु बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
जेहा मन से भजन करे हो
मोर गुरु बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
ए तोर चरन मा कतको आथे लाखो अऊ हजार
कतको भुइया नापत गुरु खड़े तोर दुवार
--कतको भुइया नापत गुरु खड़े तोर दुवार 2--
तो उही जाने महिमा ला तोर
सतखोजी बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
जेकर हिरदे उठे भाव विभोर
मोर गुरु बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
जेहा मन से भजन करे हो
मोर गुरु बाबा उही जाने महिमा ला तोर ||2||
गीत - ए उही जाने महिमा ला तोर
प्रकार - पंथी
सिंगर - वीरेंद्र चतुर्वेदी, कुसुम प्रजापति
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - Rajshree Music Cg
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पंथी

करम गति - पंथी -द्वारिका बर्मन

मंदिरवा मा करे जईबो-गोर लाल बर्मन, रतन सबीहा

मोर अंगना मा गडायेव जैतखाम-दुलीचंद खरे, सावित्री साहू

चलना चलना चटुवापूरी-किसन सेन

छाता पहाड़ ला-Bhagwati devi Tandeshwai

तै बरत रईबे बाबा-लता कुलकर्णी

गाड़ी अऊ बइला सजाले-Bhagwati devi Tandeshwai

सत के खम्बा मा सत्य के झंडा-आरू साहू

बावा बैरागी नोहा -RAJENDR RANGILA,MILAN RANGILA,POOJA RANI,MADHU SAH

हो तोर सादा के गा झंडा-किसन सेन

झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के-मंजू साहू

घट घट मा बसे हे सतनाम-गोरे लाल बर्मन

मै आयेव गुरु तोरे दुवरिया-हर्ष लता पटेल

तोर नाम के निर्मल छईहा मा-वीरेंद्र चतुर्वेदी

आवो साहेब बैठो गदीया म- पं कुमान दास जोशी ,पं भारतेष जोशी

झूम झूम के नाचो गा पंथी-स्वर्णा दिवाकर
गुरु के बानी हे कतका सुग्घर-स्वर्णा दिवाकर

ए उही जाने महिमा ला तोर -वीरेंद्र चतुर्वेदी, कुसुम प्रजापति
