तै बरत रईबे बाबा / लता कुलकर्णी

तोर सुरता मा आथे रोवासी थर थर कापे चोला 2
सत के जपईया बेटा अमरु मै कती बर खोजव तोला 

तै बरत रईबे बाबा जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे
तै बरत रईबे साहेब जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे

ओही छत्तीसगढ़ गिरौदपुरी अमरौतिन के कोरा मा जनम लेके 2

तै बरत रईबे साहेब जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे
तै बरत रईबे बाबा जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे

गोरा बदन हे जेकर रूप के बखान करय रूप के बखान करय
नर मुनि ज्ञानी आवय बालक के गुन ला गावय बालक के गुन ला गावय
रूप के बखान करय रूप के बखान करय
बालक के गुन ला गावय बालक के गुन ला गावय

बाबा महंगू के आखी के तारा बनके 2
तै बरत रईबे बाबा जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे
तै बरत रईबे साहेब जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे

महंगू घर लईका होगे गिरौद मा ख़ुशी छागे गिरौद मा ख़ुशी छागे 
सुग्घर बालक ला पाके महंगू दुख ला बुलागे महंगू दुख ला बुलागे 
गिरौद मा ख़ुशी छागे गिरौद मा ख़ुशी छागे 
महंगू दुख ला बुलागे महंगू दुख ला बुलागे

ओही धरती दाई के अचरा मा दुलार पाईके 2
तै बरत रईबे बाबा जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे
तै बरत रईबे साहेब जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे

ओही छत्तीसगढ़ गिरौदपुरी अमरौतिन के कोरा मा जनम लेके 2

तै बरत रईबे साहेब जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे
तै बरत रईबे बाबा जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे 

तै बरत रईबे बाबा जुगुर जुगुर दिया कस बरत रईबे 

गीत - तै बरत रईबे बाबा
प्रकार - पंथी
सिंगर - लता कुलकर्णी
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - SUNDRANI

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पंथी

करम गति - पंथी -द्वारिका बर्मन

मंदिरवा मा करे जईबो-गोर लाल बर्मन, रतन सबीहा

मोर अंगना मा गडायेव जैतखाम-दुलीचंद खरे, सावित्री साहू

चलना चलना चटुवापूरी-किसन सेन

छाता पहाड़ ला-Bhagwati devi Tandeshwai

तै बरत रईबे बाबा-लता कुलकर्णी

गाड़ी अऊ बइला सजाले-Bhagwati devi Tandeshwai

सत के खम्बा मा सत्य के झंडा-आरू साहू

बावा बैरागी नोहा -RAJENDR RANGILA,MILAN RANGILA,POOJA RANI,MADHU SAH

हो तोर सादा के गा झंडा-किसन सेन

झिलमिल दिया गुरु हो तोर ज्ञान के-मंजू साहू

घट घट मा बसे हे सतनाम-गोरे लाल बर्मन

मै आयेव गुरु तोरे दुवरिया-हर्ष लता पटेल

तोर नाम के निर्मल छईहा मा-वीरेंद्र चतुर्वेदी

आवो साहेब बैठो गदीया म- पं कुमान दास जोशी ,पं भारतेष जोशी

झूम झूम के नाचो गा पंथी-स्वर्णा दिवाकर

गुरु के बानी हे कतका सुग्घर-स्वर्णा दिवाकर

ए उही जाने महिमा ला तोर -वीरेंद्र चतुर्वेदी, कुसुम प्रजापति

दिल हे देवाना गुरु पंथी के ताल के-वीरेंद्र चतुर्वेदी