भावर गीत (बिहाव) / अल्का चंद्राकर
जगर मगर दियना बरे हो कलश में
शुभ घड़ी तोर नोनी भावर के आगे हो 2
देवता अगिन बईठे नवा सीर साखी
सात जनम बर ए बंधना बंधागे हो 2
मधुर मधुर पग धरो हो दुलही नोनी
तुहर दुलरू के अंग झन डोलय हो 2
धीरे धीरे पग रंगो हो दुलहा बाबु
हमर नोनी के कुवर कुवर पावे हो 2
एक भावर एक जुग होगे मोर नोनी
ओली मा लागिन सिंघोलिया भराए हो 2
दुई भावर दुई जुग होगे मोर नोनी
ओतो कजरारी नयना ढराए हो 2
पाच भावर पाच जुग होगे मोर नोनी
देवय आशिष ध्रुव देवता अगासे हो 2
सात भावर सतजुग होगे मोर नोनी
अब चलो चलो कहाथे बराते हो 4
अब चलो चलो कहाथे बराते हो
गीत - भावर गीत (बिहाव)
प्रकार - बिहाव गीत
सिंगर - अल्का चंद्राकर
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - KK CASSETTE