मउहा झरे रे - पुराना - mauha jahre lyrics / कविता वासनिक , प्रभु सिन्हा , महादेव हिरवानी
होरे होरे होरे होरे
होरे होरे होरे होरे
होरे हो होरे हो
हूं हूं हूं हूं
मउहा झरे रे मउहा झरे 4
डोंगरी के तीर लागे हे साची 2
लाली परसा बन म फूले 2
मउहा झरे रे मउहा झरे 4
सन सननना सनन सनन बहे पुरवाहे
चर चरारा चरर चरर पाना चर्राए ||2||
नजर घूमा के देखे ल परथे 2
कोन हा पाछू खड़े रे
मउहा झरे रे मउहा झरे 4
कुहू कुहू कुहू कुहू कुहूके कोयलिया
डारा डारा पाना पाना फूदके चिरईया ||2||
देखत मन हा अड़बड झूमरथे2
अरे नाचे के मन हा करे रे
मउहा झरे रे मउहा झरे 4
उगती बुगती ले आए चार चार मुटियारिन
गावत गावत सबो मउहा बिन डारिन ||2||
संझा होवत हे बेरा ढरकथे 2
अरे कनिहा मटकावत चले रे
मउहा झरे रे मउहा झरे 4
डोंगरी के तीर लागे हे साची 2
लाली परसा बन म फूले 2
मउहा झरे रे मउहा झरे 4
गीत - मउहा झरे रे - पुराना - mauha jahre lyrics
प्रकार - लोक गीत
सिंगर - कविता वासनिक , प्रभु सिन्हा , महादेव हिरवानी
लेखक - -
म्यूजिक कंपनी - -
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