मन म बांध के राखे हावव / मिनेंद्र यादव, चंपा निषाद
ए
मन म बांध के राखे हावव ओ
गोरी तोर बर दु ठन बात
मन म बांध के राखे हावव गा
बईहा तोर बार दु ठन बात
सोचे हंव बताहु तोला सोचे हंव बताहु तोला
होवय नहीं मुलाकात गोरी बर दु ठन बात
ये मन म बांध के राखे हावव गा
बईहा तोर बार दु ठन बात
मन म बांध के राखे हावव ओ
गोरी तोर बर दु ठन बात
सपना आथे रोज मोला ओही दु ठन बाते के
नींद नई आवे मोला दिन के न राते के ||2||
एती ओती घुमत रइथव एती ओती घुमत रइथव
होवय नई मोला मुलाकात गोरी तोर बार दु ठन बात
ये मन म बांध के राखे हावव गा
बईहा तोर बार दु ठन बात
मन म बांध के राखे हावव ओ
गोरी तोर बर दु ठन बात
घड़ी घड़ी तोर सुरता मोला तड़पाथे गा
महु बइठे गुनत रईथव कुछु नई भावे गा ||2||
कइसे मै बतावव राजा कइसे मै बतावव राजा
मोर हृदय के बात बईहा तोर बार दु ठन बात
मन म बांध के राखे हावव ओ
गोरी तोर बर दु ठन बात
ये मन म बांध के राखे हावव गा
बईहा तोर बार दु ठन बात
सोचे हंव बताहु तोला सोचे हंव बताहु तोला
होवय नहीं मुलाकात बईहा बर दु ठन बात
मन म बांध के राखे हावव ओ
गोरी तोर बर दु ठन बात
ये मन म बांध के राखे हावव गा
बईहा तोर बार दु ठन बात
गीत - मन म बांध के राखे हावव
प्रकार - लोक गीत
सिंगर - मिनेंद्र यादव, चंपा निषाद
लेखक - हेमंत मिश्रा
म्यूजिक कंपनी - SUNDRANI
Man Ma Bandh Ke Rakhe Hav - मन म बाँध के राखे हावव - Champa Nishad & Minendra Yadav - CG Song